कटे हुए अंगूठे की बात | Kate Hue Anguthe ki Baat

"प्रणाम गुरूवर।" घीसा ने अपने गुरू महेश्वराचार्य को विनम्र भाव से सिर झुकाते हुए कहा। " आरे घीसा तुम, बहुत दिनों बाद आए, कहो कैसे...

परिवर्तन | Laghu Katha Parivartan

"हँस हरिया हंँस कि तेरे घर में तेरी बहू आई है, अब तेरा भाग्य बदल जाएगा। जितना दुख झेला है, दुबारा नहीं झेलेगा।" गांँव...

लाल मिट्टी | Lal Mitti

ठाकुर श्याम सिंह के पूछने पर कि हरिया तेरे घर में लड़का पैदा हुआ है कि लड़की, तो उसने अपनी छाती खुशी से ठोकते...

पुजारी | Pujari Laghu Katha

जमना बाजार में खड़ी एक दुकान पर खड़ी कुछ खरीद रही थी कि एक ट्रेक्टर ट्राली में एक सांड के शव को सफेद कपड़े...

मेरा अस्तित्व | Kavita Mera Astitva

मेरा अस्तित्व ( Mera Astitva ) क्या मेरे अस्तित्व के कोई मायने रहेंगे ? अगर मैं उतार भी दूं चेहरे पर से चेहरा मेरे स्वयं का अस्तित्व ही पिघल जायेगा और---- मैं अनाम हो...

आँखों में बसी हुई चाँदनी सी | Laghu Katha

स्कूल की जिंदगी की कहानी कुछ और होती है, कुछ कहानी दूर तक सफर तय करती है तो कुछ सिमट कर वहीं की वहीं...

पिता जी के हाथ के निशान

पिता जी बूढ़े हो गए थे और चलते समय दीवार का सहारा लेते थे। नतीजतन, दीवारें जहाँ भी छूती थीं, वहाँ रंग उड़ जाता...

अपनापन | Apnapan

निशा जी को परिचारिका बड़े प्यार से उनके कमरे में बिठाकर उन्हें सब कुछ समझाकर बाहर निकल गई। निशा जी गौर से कमरे को...

बारिश | Baarish

मुझे याद है वो बारिश का पानी और उसके साथ की कहानी उस दिन सुबह से ही बादल गड़गड़ा रहे थे। हम सब कल्लू...

मेरी यह कहानी है जरा हट के, नाम रखे हैं बड़े...

प्रस्तुत कहानी पूर्ण रूप से काल्पनिक है। इसका किसी भी तरह का किसी से कोई भी संबंध नहीं है। विद्युत उपकरण कंपनी के नाम...