मुट्ठी भर गुलाल | Laghu Katha Mutthi Bhar Gulal

"आओ सोमेश्वर आओ, आज होली का दिन है। जब तक जिंदगी है तब तक तो मालिक और मजदूर चलता ही रहेगा। लेकिन बैठो, मालपुए...

लवली | Kahani Lovely

लवली कुछ गुमसुम सी बैठी है। उसे न जाने क्या हो गया है कि सारे घर में धमाल मचाने वाली किस सोच में डूबी...

माई का आशियाना | Mai ka Ashiyana

एक माई थी। जिसका अपना कच्चा मकान टूट कर गिर गया था। उसके पास इतने पैसे नहीं थे कि घर को बना सके। जिसके...

पुनर्जन्म | Kahani Punarjanm

पूरे परिवार में सन्नाटा छाया हुआ था । कोई किसी से बात नहीं कर रहा था। जैसे सब गूंगे हो गए हो। रजनी कि...

द्वंद | Dvand

वैसे वह एक हट्टा कट्टा नौजवान है । उसे जिम जाने का शौक बचपन से है । क्या मजाल किसी को की उसको कोई नीचा...

नमो नारायण – गुरु जी | Namo Narayan

सौम्य से दिखते चेहरों के बीच एक अनकहा दर्द हृदय में छुपाए रिसेप्शन पर आने जाने वालों को मधुर मुस्कानों से सबका स्वागत करती...

लघु कथा सुकून | Laghu Katha Sukoon

सीता पेपर देने अपने पति के साथ भोपाल आई थी। पेपर अच्छा रहा लौटते समय एक सुलभ कांप्लेक्स के सामने गाड़ी रोक कर सीता...

आजादी | Poem on Azadi in Hindi

आजादी ( Azadi )   हमको प्यारी है हमारी आजादी, बड़ी मुश्किल से पाई हमने आजादी कई वीर शहीद हुए हैं हमारे देश के , कई घर ऊजड़ गए तब...

अवध में श्रीराम | Avadh me Shri Ram

अवध में श्रीराम ( Avadh me Shri Ram )   धन्य धन्य हुई अवधपुरी है स्वर्णिम से ये नज़ारे हैं, जग के पालनहारे रघुवर भव्य मंदीर में पधारे...

श्री राम | Shri Ram

श्री राम ( Shri Ram )   कौशल्या के सुत,दशरथ नंदन आए अवध की नगरी श्री राम बोलो श्री राम राम राम, श्री राम राम राम श्री राम राम राम...