परहित का फल | Kahani Parahit ka Phal

एक आदमी बहुत गरीब था। बचपन में ही उसके पिता की मृत्यु हो गई थी। एक बार उस लड़के की मां ने कहा -- "जाओ बेटा!जंगल...

आंखों की चमक | Kahani Aankhon ki Chamak

राधिका शादी होने के बाद अपने ससुराल में आई थी भरा पूरा परिवार था। ससुर भी पढ़े लिखे थे। दकियानूसी विचारधारा को नहीं मानते...

टूटता आशियाना | Kahani Tootata Aashiyaana

चारों तरफ अफरातफरी मची हुई है। पूरे मार्केट में सन्नाटा छाया हुआ है। सभी सर पर हाथ धरे बैठे हुए हैं। सरकारी फरमान जारी...

एक हंसती हुई लड़की | Kahani Ek Hansti Hui Ladki

लोग उसे बातूनी कहते हैं। कभी-कभी तो उसकी सहेलियां उसे निरी पागल तक कह कर चिढ़ाती हैं। ऐसा कहने पर भी चिढ़ने की जगह...

मुट्ठी भर गुलाल | Laghu Katha Mutthi Bhar Gulal

"आओ सोमेश्वर आओ, आज होली का दिन है। जब तक जिंदगी है तब तक तो मालिक और मजदूर चलता ही रहेगा। लेकिन बैठो, मालपुए...

लवली | Kahani Lovely

लवली कुछ गुमसुम सी बैठी है। उसे न जाने क्या हो गया है कि सारे घर में धमाल मचाने वाली किस सोच में डूबी...

माई का आशियाना | Mai ka Ashiyana

एक माई थी। जिसका अपना कच्चा मकान टूट कर गिर गया था। उसके पास इतने पैसे नहीं थे कि घर को बना सके। जिसके...

पुनर्जन्म | Kahani Punarjanm

पूरे परिवार में सन्नाटा छाया हुआ था । कोई किसी से बात नहीं कर रहा था। जैसे सब गूंगे हो गए हो। रजनी कि...

द्वंद | Dvand

वैसे वह एक हट्टा कट्टा नौजवान है । उसे जिम जाने का शौक बचपन से है । क्या मजाल किसी को की उसको कोई नीचा...

नमो नारायण – गुरु जी | Namo Narayan

सौम्य से दिखते चेहरों के बीच एक अनकहा दर्द हृदय में छुपाए रिसेप्शन पर आने जाने वालों को मधुर मुस्कानों से सबका स्वागत करती...