मुह़ब्बत के वादे निभाने की रुत है

मुह़ब्बत के वादे निभाने की रुत है

मुह़ब्बत के वादे निभाने की रुत है मुह़ब्बत के वादे निभाने की रुत है।यही तो नशेमन सजाने की रुत है। ख़िज़ाएं बहारों में ढलने लगी हैं।फ़िज़ाएं भी करवट बदलने लगी हैं।न यूं दूर जाओ निगाहें चुरा कर।यही तो निगाहें मिलाने रुत है।मुह़ब्बत के वादे निभाने की रुत है। गुलाबों का शाख़ों पे हिलना तो देखो।ये…

बापू 

जन-जन प्रेरक बापू नाम | Jan-Jan Prerak Bapu Naam

जन-जन प्रेरक बापू नाम ( Jan-Jan Prerak Bapu Naam ) रघुपति राघव राजा राम,पतित पावन सीता राम–2अमर सदा गाँधी का नाम,जपते राम अहिंसा काम-2रघुपति राघव——– सत्य, धैर्य,प्रिय राम का नाम,व्यक्तित्व रहा चलता अविराम।सत्याग्रह आंदोलन ठान,आजाद कराया हिन्दुस्तान ,जीवन रहा जेल के नाम ,जन-जन प्रेरक बापू नाम।बापू जपते राम का नाम,जीवन पर्यन्त अहिंसा काम।रघुपति राघव—— मीठी…

मनभावन

मनभावन | Manbhawan

मनभावन ( Manbhawan ) मनभावन प्रतिबिम्ब तुम्हारे ,जब सुधि में उतराये हैं ।पाँव तले कंटक भी हों यदि हम खुलकर मुस्काये हैं ।। क्या दिन थे वे जो कटते थे लुकाछिपी के खेलों मेंबन आती थी अनायास जब मिल जाते थे मेलों मेंचूड़ी ,कंगन ,बिंदिया, गजरा देख-देख हर्षाये हैं ।।मनभावन ————— बागों में हर दिवस…

Chehra Tumhara

चेहरा तुम्हारा | Chehra Tumhara

चेहरा तुम्हारा ( Chehra Tumhara ) बहुत ख़ूबसूरत है चेहरा तुम्हारा।निगाहों की जन्नत है चेहरा तुम्हारा। ये गुस्ताख़ नज़रें,यह क़ातिल तबस्सुम।फिर उस पर तुम्हारा यह तर्ज़-ए-तकल्लुम।यक़ीं तुमको आए न आए यह सच है।सरापा क़यामत है चेहरा तुम्हारा।निगाहों की जन्नत है चेहरा तुम्हारा। नहीं कोई गुल ऐसा दुनिया में दिलबर।नज़र तुम ही आते हो हर शय…

प्रथम पूज्य आराध्य गजानंद

गणेश जी की वंदना | Ganesh Ji Ki Vandana

गणेश जी की वंदना ( Ganesh Ji Ki Vandana ) रिद्धि सिद्ध के दायक हैं यह गौरी पुत्र विशेष जय जय श्री गणेश गणपति जय जय श्री गणेश तुछ्य प्राणियों को भी बाँटे अपना प्यार दुलार मूषक को भी निज वाहन किया सहर्ष स्वीकार मात-पिता की सेवा का भी जग को दिया संदेश।। जय जय…

Geet Thoda Sa

थोड़ा सा | Geet Thoda Sa

थोड़ा सा ( Thoda Sa ) थोड़ा सा अखबार पढ़ा फिर , बैठ गया तह करके . जो भी मुँह में आया मुखिया , चला गया कह करके . बाएँ – दाएँ देखा उसने , हँसी खोखली हँसकर . निकल गई ज्यों कील जिगर से, कुछ अंदर तक धँसकर . मुख पर थोड़ा दर्द न…

लगा आज

लगा आज | Geet Laga Aaj

लगा आज ( Laga Aaj ) लगा आज हँसने का दिन हैै , उसके मन बसने का दिन है . निकल गए जो बच राहों से , फिसल गए बहकी बाहों से . वे लम्हे कसने का दिन है . पड़ी चमेली अब ये झुलसी , तुलसी भी अब लगती हुलसी . गर्मी में चसने…

मुह़ब्बत | Muhabbat

मुह़ब्बत | Muhabbat

मुह़ब्बत ( Muhabbat ) न हीरों की खानें,न पन्नों के पर्बत। मुह़ब्बत से बढ़ कर नहीं कोई दौलत। बिना इसके कुछ भी नहीं ज़िन्दगी में। न हो यह तो क्या लुत्फ़ है बन्दगी में। यही चैन देती है हर इक नज़र को। इसी से चमकती है इन्सां की क़िस्मत। मुह़ब्बत से बढ़कर नहीं कोई दौलत।…

देख लिया

देख लिया | Geet Dekh Liya

देख लिया ( Dekh Liya ) अन्तस लहरों में ज्वार उमड़ता देख लिया। उनकी आँखों में प्यार छलकता देख लिया ।। कैसी सुगंध यह फैल रही उर-उपवन में। जब खिला सरोवर में कोई जलजात नहीं। किसने इस मन को बाँध लिया सम्मोहन में। साँसें महकीं या प्राण जले कुछ ज्ञात नहीं । अब डोल रहा…

Geet Sawan Aaya

सावन आया तू भी आ जा | Geet Sawan Aaya

सावन आया तू भी आ जा ( Sawan aaya tu bhi aaja ) सावन आया तू भी आ जा। मेरे मन की प्यास बुझा जा। कैसी ह़ालत है क्या बोलूं। तू जो बोले तो लब खोलूं। पल भर मेरे पास में आ कर। मेरी सुन जा अपनी सुना जा। सावन आया तू भी आ जा।…