Ghazal | सर उठाना तो सदा बेबसी से बेहतर है
सर उठाना तो सदा बेबसी से बेहतर है
( Sar Uthana To Sada Bebasi Se Behtar Hai )
सर उठाना तो सदा बेबसी से बेहतर है
सर-कशी...
Ghazal Mushkil tha Daur | मुश्किल था दौर और सहारे भी...
मुश्किल था दौर और सहारे भी चंद थे
( Mushkil Tha Daur Aur Sahare Bhi Chand The )
मुश्किल था दौर और सहारे भी चंद थे
मैं...
ख्याल हूँ मैं तेरे ख्वाब का | Khayal Shayari
ख्याल हूँ मैं तेरे ख्वाब का
( Khayal Hun Main Tere Khawb Ka )
ख्याल हूँ मैं, तेरे ख्वाब का
तसव्वुर से निकली तो
हकीकत में उलझ न...
Romantic Shayari | पास मेरे आ हमजोली
पास मेरे आ हमजोली
( Paas Mere Aa Hamjoli )
पास मेरे आ हमजोली
खेलें उल्फ़त की होली !
उल्फ़त को दिल में रख लो
मारो नफ़रत को गोली
इस...
Ghazal Teer -E- Nazer | जब हुआ तीरे-नज़र का वार दिल...
जब हुआ तीरे-नज़र का वार दिल पर
( Jab Hua Teer -E- Nazer Ka Vaar Dil Par )
जब हुआ तीरे-नज़र का वार दिल पर।
चोट हमको...
Ghazal Suna Hai | सुना है
सुना है
( Suna Hai )
कभी कभी
खंडहर भी
बोल उठते हैं
वीराने भी
खुद ब खुद
सज जाते हैं
झींगुरों की
ताल पर
बेताल भी
नाच उठतें हैं
सहरा में भी
आब'शार
मिल जाते हैं
कभी तो
मुर्दा...
Ghazal | मातम में देखो हर ख़ुशी बन चुकी है
मातम में देखो हर ख़ुशी बन चुकी है!
( Matam Mein Dekho Har Khushi Ban Chuki Hai )
मातम में देखो हर ख़ुशी बन चुकी है!
ग़मों...
Ghazal Dil Mein Mere | दिल में मेरे इस कदर अहसास...
दिल में मेरे इस कदर अहसास तेरा
( Dil Mein Mere Is Kadar Ehsaas Tera )
दिल में मेरे इस कदर अहसास तेरा।
हर जगह अब हो...
Ghazal | रिश्ता प्यार का जोड़ना चाहता हूँ
रिश्ता प्यार का जोड़ना चाहता हूँ
( Rishta Pyar Ka Jodna Chahta Hoon )
रिश्ता प्यार का जोड़ना चाहता हूँ!
दीवारें नफ़रतें तोड़ना चाहता हूँ
मिली है किसी...
शफ़क़ का वह शिहाब बन यूं आया | Suneet Sood Amazing...
शफ़क़ का वह शिहाब बन यूं आया( Shafaq Ka Wah Shihab Ban Yoon Aya )
शफ़क़ का वह शिहाब बन यूं आया
कि शाम रौशन कर ...