अच्छे शिक्षक

अच्छे शिक्षक | Acche Shikshak

अच्छे शिक्षक ( Acche Shikshak ) प्रथम गुरू है हम सबकी माता, जिसने संसार में जन्म दिया है । दूसरे गुरू हैं हम सबके पिता , पाल पोष के बड़ा किया है । तीसरे गुरू हैं हम सबके शिक्षक, जिसने संसार का ज्ञान दिया है । चौथे गुरू हैं हम सबके प्रकृति, जिसने उदार का…

देखिए प्रभाव हिन्दी का | Prabhav Hindi Ka

देखिए प्रभाव हिन्दी का | Prabhav Hindi Ka

देखिए प्रभाव हिन्दी का ( Prabhav Hindi Ka ) सोते हिन्दी जागते हिन्दी उठते हिन्दी बैठते हिन्दी लिखते हिन्दी पढ़ते हिन्दी देखिए प्रभाव हिन्दी का। हिंदुस्तान में हिन्दी पाकिस्तान में हिन्दी अफगानिस्तान में हिन्दी देखिए प्रभाव हिन्दी का। फ्रांस, जर्मनी में हिन्दी इटली, ईरान में हिन्दी अमेरिका,जापान में हिंदी देखिए प्रभाव हिन्दी का। मॉरीशस, नार्वे…

हुई पस्त मैं

हुई पस्त मैं | Past Hui Main

हुई पस्त मैं ( Past Hui Main ) आज शोर कोई कहीं जरा नहीं करो, मेरे दिल में भयंकर तूफान आया है। देखो अतीत की प्रीत चादर उड़ गई, याद बनकर प्रेमिल मेहमान आया है। किया पहले-पहल निगाहों पर वार, दूसरा चातुर्य करता बात व्यवहार। धक-धक की आवाज निरंतर सुनती, जब-जब होती आँखों से आँखें…

आचार्य श्री कालूगणी का 89 वां प्रयाण दिवस

आचार्य श्री कालूगणी का 89 वां प्रयाण दिवस

आचार्य श्री कालूगणी का 89 वां प्रयाण दिवस पर मेरे भाव – आज से 88 वर्ष पूर्व तेरापंथ धर्मसंघ के अष्टम आचार्य श्री कालूगणी का महाप्रयाण हुआ था इस अवसर पर मेरा भावों से शत – शत वन्दन व मेरे भाव – आचार्य श्री कालूगणी का 89 वां प्रयाण दिवस सद्गुणों का जीवन में आचरण…

Wo Kale Badal

वो काले बादल | Wo Kale Badal

वो काले बादल ( Wo Kale Badal ) वो काले बादल वो गीली मिट्टी वो बरसती बूंदे वो लहराते आंचल वो थिरकते पैर वो भीगी आजादी वो खुशहाल चहरे वो मिठे गीत वो काले बादल वो गीली मिट्टी वो बरसती मोहब्बत वो बिखरी जुलफे वो शरारती बाते वो लहराते आंचल नाज़ अंसारी यह भी पढ़ें:-…

Smritiyon ke Jharokhon se

स्मृतियों के झरोखे से | Smritiyon ke Jharokhon se

स्मृतियों के झरोखे से ( Smritiyon ke Jharokhon se ) स्मृतियों के खोल झरोखे, दृष्टि विगत पर डाली। कितनी ही रूपाकृतियों ने, आभा क्षणिक उछाली। जो तारे से उदित हुये, वे जाने कहां हले। जो जीवन से सराबोर थे, पड़कर चिता जले। जिनका हाथ पकड़कर हमने चलना है सीखा, जाने किस अनजाने देश को वे…

rahat-ki-aahat

राहत की आहट | Rahat ki Aahat

राहत की आहट ( Rahat ki Aahat ) तेरी यादों के साए में जब भी, मैं खो जाता हूँ, अंधेरों में भी कहीं तेरा चेहरा देख पाता हूँ। जुदाई के ग़म में ये दिल रोता है तन्हा, पर राहत की आहट से मैं फिर से जी जाता हूँ। तेरे आने की उम्मीद अब भी बरकरार…

Zindagi Char Din Ki

जिन्दगी चार दिन की | Zindagi Char Din Ki

जिन्दगी चार दिन की ( Zindagi Char Din Ki ) लहरों के संग चलो ठिठोली करते हैं, बस एक बार तुम हम हम तुम बनते हैं। आओ ज्वार संग भाटा के साथ जाने के लिए , जिन्दगी चार दिन की खुश रहो कुछ पाने के लिए । हाँ ठीक समझे वक्त को साथ लेकर आना,…

तिरलोकी को नाथ सांवरो

कृष्णा | Krishna par Kavita

कृष्णा ( Krishna ) कारावास में जन्म लिए जो था उन्हीं का वंश कर्मों का फल भोगने को विवश था कृष्ण और कंश । बालापन में खूब खेलते करते थे खूब शरारत उम्र के साथ सीखाए करना रासलीला और महाभारत । राधा के पीछे खूब भागते वो था ना चरित्र हीन अदृश्य होकर लाज बचाए…

कोई नहीं कहता

कोई नहीं कहता | Kavita Koi Nahi Kahta

कोई नहीं कहता ( Koi Nahi Kahta ) कोई नहीं कहता , जो कहना चाहिए । जो हो अन्दर , वही बाहर रहना चाहिए । सच को सच, झूठ को झूठ , कहना चाहिए । तन के साथ , मन भी साफ, रहना चाहिए। कोई नहीं कहता, घर ऐसा चाहिए , जिसमें केवल प्यार, को…