कागा की कविताएं

मायड़ की ममता | Maayad ki Mamta

नारी का सम्मान कर नारी का सम्मान नारी नर की खान कभी नहीं करना अपमान नारी नर की खान मां की कोख से उत्पन्न हुआ होगा तुम मां बेटे की जान नारी नर की खान बहिन होगी चुलबुली चिड़िया गुड़िया प्यारी दुलारी लाडली पराई का करते अपमान नारी नर की खान बेटी कलेजे का टुकड़ा…

यादों की चुभन

यादों की चुभन | Yaadon ki Chubhan

यादों की चुभन ( Yaadon ki Chubhan ) आज फिर तेरी यादों का समंदर उमड़ आया है, हर लहर ने बस तेरा ही अक्स दिखाया है। दिल जैसे टूटकर बिखर रहा हो अंदर-अंदर, तेरे बिना इस मन ने हर पल ख़ुद को पराया पाया है। हर आह में तेरा नाम ही सिसकता है, आँसुओं में…

आइए प्रभु आइए

प्रभु हेतु प्रेम पाती | Love for the Lord

प्रभु हेतु प्रेम पाती कोई तो पहुंचा दो, मेरे प्रेम की पांति। नील गगन के पार, रहते हैं मेरे साथी। कोई तो पहुंचा दो, मेरे प्रेम की पांति।। लिखी हूंँ अंँसुवन जल से। हृदय के अंतस्थल से। तपे हृदय कुम्हार की, अंवे की है भांति। कोई तो पहुंचा दो, मेरे प्रेम की पांति।। उनसे आप…

बाल गणेश

गणेश वंदन | Ganesh Vandana

गणेश वंदन ( Ganesh Vandana ) ऊँ गं गणपतये सर्व कार्य सिद्धि कुरु कुरु स्वाहा ऊँ……. आज गणपत पधारे है, आज गणपत पधारे द्वार सभी मिलकर दर्शन लो..-2 आज गणपत पधारे द्वार सभी मिलकर दर्शन लो….-2 रिद्धि-सद्धि के दाता कार्तिकेय के भ्राता-2 पार्वती सुत नंदन नमस्तु प्रमोदन् गणनायक गजानंदन सिद्धिविनायक पधारे है-2 आज गणपत पधारे…

आचार्य श्री भिक्षु

222 वां आचार्य श्री भिक्षु चरमोत्सव दिवस

222 वां आचार्य श्री भिक्षु चरमोत्सव दिवस प्रातः स्मरणीय क्रांतिकारी वीर भिक्षु स्वामी को आज उनके 222वें चरमोत्सव दिवस पर भाव भरा वंदन । महामना आचार्य श्री भिक्षु को शत – शत श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए चरमोत्सव दिवस पर मेरे भाव……..…. करे तन्मय बनकर भिक्षु स्वामी का स्मरण । इससे बढ़कर और कोई दूसरा नहीं…

सोचो तो सही

सोचो तो सही | Socho to Sahi

सोचो तो सही ( Socho to Sahi ) सोचो तो सही, होगा वही । सोचेंगे जो भी , मिलेगा वही । सोचना है ज़रूरी , हर कामना होगी पूरी । छू लोगे ऊंचाई , सोच को बदलो भाई । पूरा होता है , हर सपना । बस ज़रूरी है , सपने देखना । मिलेगी अवश्य…

आस का दामन | Aas ka Daman

आस का दामन | Aas ka Daman

आस का दामन ( Aas ka Daman ) आस का दामन, मत छोड़ो । वक्त की तरह, तुम भी दौड़ो । जो टूट गया, फिर से जोड़ो । यदि आस ,तुम्हारी टूट गई । समझो कि, ज़िन्दगी रूठ गई । ख़ुद पर तुम, पूरी आस रखो । सब पाओगे , विश्वास रखो । होगा पूरा,…

Srinivas N Hindi Poetry

श्रीनिवास यन की कविताएं | Srinivas N Hindi Poetry

बुदापा जीवन में बुदापा बुरी दशा है वैसे बचपन सुंदर लगता है किशोर दशा अचंचल होता है बुदापा एक कठिन अवस्था है जिंदा में यह अंतिम दशा है बुदापा में कष्ट अनेक हैं वे दूसरों पर निर्भर पड़ते हैं और स्वस्थ भी बिगड़ जाते हैं उनकी शक्ति कम होती हैं बुढ़ापा कठिन दशा है पैसे…

अरज सुनो माते | Araj Suno Mate

अरज सुनो माते | Araj Suno Mate

अरज सुनो माते ( Araj Suno Mate ) हर जनम तुमको मनाती। सर्वस्व को मैं हूँ पाती। इस जनम भी मिला दो मांँ। प्रभु चरण घर दिला दो मांँ । प्राण हीन मैं उनके बिना । मर-मर हो रहा है जीना। खुशी के प्रसुन खिला दो मांँ । प्रभु चरण घर दिला दो मांँ ।…

Bharat Desh par Kavita

भारत के त्यौहार | Bharat ke Tyohar

भारत के त्यौहार ( Bharat ke tyohar ) मेरा भारत देश महान, जिसमे आते त्योहार तमाम । रौनक, खुशियाँ और धूम-धाम, उत्सव से सजी कितनी शाम।   दीवाली में दीप हैं जलते, होली में रंग हैं उड़ते। ईद पर सब सिवइयां खाते, क्रिसमस पर हम पेड़ सजाते।   हर त्यौहार में है कुछ ख़ास लाते…