मैं चाहता हूं बस तुमसे

मैं चाहता हूं बस तुमसे | Prem kavita in Hindi

   मैं चाहता हूं बस तुमसे ( Main chahta hun bas tumse )   मैं चाहता हूं बस तुमसे थोड़ा सा प्यार थोड़ा-सा मन थोड़ा-सा सुकून थोड़ा-सा अहसास।   मैं तुमसे चाहता हूं बस थोड़ी-सी हँसी थोड़ी-सी खुशी थोड़ी-सी बातें थोड़ी-सी शान्ति।   मैं तुमसे चाहता हूं बस थोड़ा-सा दर्द थोड़ा-सी तकलीफ़ थोड़ी-सी बैचेनी थोड़ी-सी…

तुम्हे रुलाने आया हूँ

तुम्हे रुलाने आया हूँ | Marmik kavita

 तुम्हे रुलाने आया हूँ  ( Tumhe rulane aya hun )   हंसने वालो सुनो जरा तुम तुम्हे रुलाने आया हूँ। अश्कों की बरसातों मे आज तुम्हे नहलाने आया हूँ।। जिसको सुनकर झुम उठो तुम ऐसा न संगीत मेरा। अन्तर्मन तक कांप उठेगा दर्द भरा सुन गीत मेरा।। न चाहिये कोई ताली मुझको न अभिनंदन चाहता…

काश कि तुमने ये बताया होता

काश कि तुमने ये बताया होता | Prem ras kavita

 काश कि तुमने ये बताया होता  ( Kash ki tumne ye bataya hota )   काश कि तुमने ये बताया होता कि मैं क्यों दूर होता जा रहा हूँ तुमसे न कोई गिला-शिकवा फिर भी बातों का सिलसिला शुरू नहीं एक दिन, दो दिन,पाँच दिन,बीस दिन आखिर कब तक? ये तो बताया होता । हौले-हौले…

अपना काम करता चल

किस्मत | Kismat kavita

 किस्मत  ( Kismat )     ->अपना काम करता चल ……..|| 1.लोगों की भलाई कर भूल जा, उस पर फिर विचार ना कर | आगे चलकर जरूर मिलेगा तुझे, उसका इंतजार न कर | तेरा साथ पाने वाला भूल जाए, तो कोई ऐतराज न कर | देख रहा है कोई अद्रश्य रुप से, खुद को…

बड़ी सुरक्षित हैं मेरे पास , तेरी धरोहर

धरोहर | Dhrohar kavita

 धरोहर  ( Dhrohar :  Kavita )   ->बड़ी सुरक्षित हैं मेरे पास , तेरी धरोहर . . . . ॥ 1 .समेटकर रखी है मैंने , तेरी सारी यादों को ।  ये अक्सर आती हैं,और रूला देती हैं मुझे । नम हो जाती हैं मेरी आँखें , झरने सी बहती हैं । सजाकर रखी हैं…

प्यार करता हूँ

प्यार करता हूँ | Pyar Kavita

 प्यार करता हूँ  ( Pyar karta hun )   बहार क्या होती है फूल क्यूँ खिलते हैं भँवरे क्यों गाते हैं खुशबू क्यों बिखरती है सूरज क्यों निकलता है चाँद रात भर आकाश में, क्यूँ चक्कर लगाता है बारिश क्यों होती है दिन क्यूँ होता है रात क्यूँ ढलती है। हवा क्यों बहती है पँछी…

इन्द्र का दर्प

इन्द्र का दर्प | Kavita

इन्द्र का दर्प ( Indra ka darp )   इन्द्र… हाँ ! इन्द्र, आज फिर क्रूध हो चुका है ! डुबोना चाहता है सारी धरती ! क्योंकि इन्होंने चुनौती दी है, उसके ऐश्वर्य एवं सत्ता को ! डूबने को हैं मजदूर, किसान एवं नौजवान । दर्द एवं दहशत इतना कि आवाज भी नहीँ दे पा…

कोरोना का रोना है ,हाँ हाँ कार मची है दुनियां मे

कोरोना का रोना | Corona ke upar kavita

कोरोना का रोना ( Corona ka rona ) –> कोरोना का रोना है , हाँ हाँ कार मची है दुनियां मे || 1.कोरोना वायरस फैल रहा,जाने कैसी बीमारी है | रोका नहीं गया इसको तो,आगे चल के महामारी है | इसके बारे मे कुछ पता नहीं,अभी ये बन्द अलमारी है | हमको ही मिलकर लडना…

हम भी हैं इसी मुल्क के

हम भी हैं इसी मुल्क के | Poem on communalism in Hindi

हम भी हैं इसी मुल्क के ( Ham bhi hain isi mulk ke )     हम भी हैं इसी मुल्क के,  गद्दार नहीं है । मजहब ये मुसलमान सितमगर नहीं है ।   अपने लहू का कतरा भी कुर्बान करें हम कहते हो हमको हम वफादार नहीं हैं   हम भी हैं इसी मुल्क…

हिम्मत रख मुश्किलों का सामना करते जाओ

हिम्मत रख मुश्किलों का सामना करते जाओ

हिम्मत रख मुश्किलों का सामना करते जाओ   हिम्मत और हौसले के दम से कुछ भी मुमkकिन हो जाता है  जरूरत बस हिम्मत के साथ दो कदम बढ़ाने की होती है ।  मिलेगी असफलता राहों में, लेकिन डंटकर बने रहना है थोड़ा सा धैर्य रखते हुए, बस आगे कदम बढ़ाते जाना है। ये मुमकिन है…