Chhand Mahatma Buddha

गौतम बुद्ध पर कविता

गौतम बुद्ध पर कविता   बुद्ध पूर्णिमा के दिन जन्मे बुद्ध पूर्णिमा के दिन पाया ज्ञान ‘ । बुद्धपूर्णिमा के दिन ही हुआ जिनका महापरिनिर्वाण ‘ । उसे ही हम गौतम बुद्ध कहते है । अक्रोध से क्रोध को भलाई से दुष्ट को दान से कंजूस को सच से झूठ को जीतना सिखाता जो उसे…

भानुप्रिया देवी

भानुप्रिया देवी की कविताएँ

भगवान बुद्ध में भगवान बुद्ध में दया,करुणा कूट-कूट कर भरा हुआ था। सबके लिए उमड़ती चिंता मन में, सभी के कष्ट को अपना कष्ट। इसलिए तो मृत,रोगी,वृद्ध देख मन हुए दर्वित,दु:खी,उदासी । मनुष्य को इतना दुर्दशा है, पता नहीं कब किया होगा , क्यों ना हम जन्म के मूल मातृत्व का चक्कर बंधन से ही…

बुद्ध वाणी | Kavita Buddha Bani

बुद्ध वाणी | Kavita Buddha Bani

बुद्ध वाणी ( Boudha Bani )   सुन प्राणी बुद्ध की वाणी बुद्ध शरण गच्छामि सुन प्राणी धम्म शरण गच्छामि संघ शर्ण गच्छामि सुन प्राणी चार आर्य सत्य दुख कारण निदान वह मार्ग जिससे होता दुख का पूर्ण निदान पंचशील प्रमुख जान हत्या चोरी व्यभिचार असत्य मधपान अष्टांगिक मार्ग के जीवन सुखमय बनाने के सोपान…

Kavita Nadiya

नदिया | Kavita Nadiya

नदिया ( Nadiya )   नदिया बही जा रही धीरे धीरे दरिया की ओर बढ़ी जा रही धीरे धीरे लगी है भीड़ नहाने की देखो कोई डूब रहा कोई डूबा रहा देखो चली ये कैसी हवा धीरे धीरे जहर हि दवा बनी धीरे धीरे बचना नहीं है किसी को नदी से चली आ रही हकीकत…

Kavita Hain Bahot Kuch

है बहुत कुछ | Kavita Hain Bahot Kuch

है बहुत कुछ ( Hain Bahot Kuch )   है बहुत कुछ मन में कहने को लेकिन मन में संभाल कर रखा हूं तेरे पास अपना दिल गिरवी मैने देख भाल कर रखा हूं तुम्हें क्या लगती है अंजान में तुम्हें चुना हूं नहीं नहीं मैंने बहुत कुछ देखा फिर तेरे लिए ख्वाब बुना हूं…

International Biodiversity Day

अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस

अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस   प्रकृति से प्रीत कर,खुशियों को पंख लगाएं पेड़ पौधे जीव जन्तु, सदैव मनुज परम मित्र । नदी पर्वत व सागर सह, स्वर्ग सदृश सुनहरे चित्र । सहेज मातृ वत्सल आभा, परिवेश उत्संग आनंद पाएं । प्रकृति से प्रीत कर,खुशियों को पंख लगाएं ।। नैसर्गिक सानिध्य अंतर, जीवन सदा आह्लादित ।…

save the environment

पर्यावरण बचाना है

पर्यावरण बचाना है पर्यावरण बचाना है तो , पीपल, बरगद, नींम लगाएं ! तपती धरती को अपने हम, आवर्षण से मुक्ति दिलाएं !! जाड़ा, गर्मी, बरसात और ऋतु चक्र सही हो जाएगा ! रोग दोष से मुक्ति मिलेगा, घर खुशियों से भर जाएगा !! पर्यावरण संतुलित होगा, धरती हरी भरी होगी ! लहराएंगी फसलें चहुंदिश,…

भानुप्रिया देवी की कविताएं

भानुप्रिया देवी की कविताएं | Bhanu Priya Devi Hindi Poetry

ताजमहल सा इश्क ताज महल सा इश्क जीवन में दुर्लभ सबको। नसीब से मिलता है धरा से गुजर जाने के बाद भी हृदय में यादें और दिल में स्थान। उनके बारे में अच्छी सोच, अजूबा सा ताजमहल बना जाते हैं,यादगार स्वरूप। जीवन पर्यंत देख उसे मल्लिका की जिंदगी को याद कर करते जीवन ताजा। शहंशाह…

बुद्धसिस्ट 

बुद्धसिस्ट | Kavita Buddhist

बुद्धसिस्ट  ( Buddhist )   बुद्ध विशुद्ध मुक्ति का मार्ग बुद्ध विशुद्ध ज्ञान का मार्ग बुद्ध थर्म नहीं धम्म है बुद्ध में मानव सम्म है मन तन वचन तीन ताप बुद्ध मत में तीन पाप बुद्ध शर्ण गच्छामि शुद्ध संस्कार धम्म शर्ण गच्छामि शुद्ध संस्कार संघ शर्ण गच्छामि मुक्ति दाता बुद्ध विशुद्ध ज्ञान ध्यान दाता…

समय का न करें दुरुपयोग

समय का न करें दुरुपयोग

समय का न करें दुरुपयोग   समय का ना करों मित्र मेरे दुरुपयोग मुश्किल से मुश्किल घड़ी आने का बन रहा है योग देखों, दिख रहा है महंगाई का प्रकोप झेलना पड़ रहा है भारी इनका रौद्र रूप योग समय का ना,,,,,,,,, भाग नहीं सकेंगे इनसे यह है बड़ा कठोर वियोग इसमें समाएं जा रहा…