इस जमाने में

इस जमाने में | Ghazal Is Zamane Mein

इस जमाने में ( Is Zamane Mein )  जुबां को थोड़ी सी असरदार कीजिए, करो जब भी बात, वजनदार कीजिए। =================== कलंक पसरा है इतना संभल के इनसे, जहान में बेदाग,तुम किरदार कीजिए। =================== कभी किसी से मिलो,लगे मिला कोई, दुखे दिल,रिश्ता ऐसा दमदार कीजिए। =================== शराफ़त न ढूंढो इस जमाने में यार मेरे, सभंल…

घर को संभाले | Ghazal Ghar ko Sambhale

घर को संभाले | Ghazal Ghar ko Sambhale

घर को संभाले ( Ghar ko Sambhale ) इस दिल को बता तू ही करूँ किसके हवाले अब तेरे सिवा कौन मिरे घर को संभाले इक बात ही कहते हैं यहाँ आके पड़ोसी जब तुम थे बरसते थे यहाँ जैसे उजाले मेरे ही तबस्सुम से तिरा रूप खिला है तू अपनी निगाहों के कभी देख…

ahad o paiman

अ़हदो पैमान की स़दाक़त को

अ़हदो पैमान की स़दाक़त को अ़हदो पैमान की स़दाक़त को। आज़मा ले मिरी मुह़ब्बत को। यूं न पर्दा हटा ह़सीं रुख़ से। क़ैद रहने दे इस क़यामत को। उनकी नज़रों से पी ले जो वाइ़ज़। भूल जाए वो राहे जन्नत को। आ गई नींद अब मुझे दिलबर। अब न आना मिरी अ़यादत को। पैरवी जिसने…

इस ह़िमाक़त में क्या है

इस ह़िमाक़त में क्या है | Ghazal Is Himaqat Mein Kya Hai

इस ह़िमाक़त में क्या है ( Is Himaqat Mein Kya Hai ) बताओ तुम्हीं इस ह़िमाक़त में क्या है। किसी की क़बाह़त,इहानत में क्या है। क़रीब उनके बैठो तो आए समझ में। बुज़ुर्गाने दीं की हिदायत में क्या है। झुकाकर तो देखो कभी अपने सर को। समझ जाओगे ख़ुद इ़बादत में क्या है। वो ज़ालिम…

फैसला दिल का

फैसला दिल का | Ghazal Faisla Dil Ka

फैसला दिल का ( Faisla Dil Ka ) जानता हूँ मैं फैसला दिल का इक हँसीं से है सामना दिल का क्यों समझते अलग मुझे उससे एक वो ही है रहनुमा दिल का किसलिए अब बुरा कहें उसको उसने जोड़ा है आइना दिल का जब भी उस पर नज़र पड़ी मेरी मुझको लगता वो देवता…

सुकूँ

सुकूँ | Ghazal Sukoon

सुकूँ ( Sukoon ) कभी सच्चा ये मंज़र हो नहीं सकता ग़लत पथ पर कलंदर हो नहीं सकता अमर है इस जहां में प्यार सदियों से फ़ना ये ढाई आखर हो नहीं सकता दुआ माँ बाप की जिसने नहीं ली है सुकूँ उसको मयस्सर हो नहीं सकता मेरी इनकम ये मुझसे कहती है हर दिन…

आप भी

आप भी | Ghazal Aap Bhi

आप भी ( Aap Bhi ) ह़ुज़ूर आप भी कैसा कमाल करते हैं। ज़रा सी बात पे लाखों सवाल करते हैं। सितम ये कैसे वो ज़ोहरा जमाल करते हैं। हर एक गाम पे हम से क़िताल करते हैं। अजीब ह़ाल रक़ीबों का होने लगता है। वो जब भी बढ़ के हमारा ख़याल करते हैं। हमेशा…

हम ने देखा है

हम ने देखा है | Ghazal Hamne Dekha hai

हम ने देखा है ( Hamne dekha hai ) नारसीदा से किसी पैमान सी। हर ख़ुशी है कॉंच के गुलदान सी। हम ने देखा है बहुत ही ग़ौर से। ज़िन्दगी है जंग के मैदान सी। कहने को दाना बहुत है दिल मगर। हरकतें करता है कुछ नादान सी। काम देखो तो हैं शैतां से बुरे।…

हे राजन | Ghazal Hey Rajan

हे राजन | Ghazal Hey Rajan

हे राजन ( Hey Rajan ) हे, राजन तेरे राज में,रोजगार नही है, मुफ़लिसों को वाजिब, पगार नही है। ==================== है खास जिनके धन के अंबार लगे है, देखो गरीब तुम्हारे, गुनाहगार नही है। ==================== ये कोई दुश्मन नही है तेरे तरस करो, भूखे है शोहरत के,तलबगार नही है। ==================== भर पेट खाना,बदन को छत…

आप की याद

आप की याद | Ghazal Aap ki Yaad

आप की याद ( Aap ki Yaad ) शादमानी का एक लशकर है। आप की याद सब से बेहतर है। दिल ही मिट जाएगा मिटाएं तो। आप का नाम दिल के अन्दर है। किसकी किससे मिसाल दें बोलो। एक से एक जग में बरतर है। मोह लेता है आन में दिल को। आप का ह़ुस्न…