पयाम-ए-इश्क़ | Payaam-e-Ishq
पयाम-ए-इश्क़ ( Payaam-e-Ishq ) पयाम-ए-इश्क़ है ये दिल्लगी नहीं प्यारेहै दिल की बात कोई सर-ख़ुशी नहीं प्यारे गुनाह वो करें लेकिन सज़ा मिले हमकोये फ़ैसला भी ख़ुदा का सही नहीं प्यारे चमन से रुठी बहारें हैं एक मुद्दत सेयहाँ पे डाली कोई अब हरी नहीं प्यारे सुनाते दर्द ही दिल का हमेशा महफ़िल मेंये शायरी…