उदासी भरी जीस्त | Udasi ghazal
उदासी भरी जीस्त ( Udashi bhari jist ) सफ़र कट रहा है ग़म मे जिंदगी का नहीं कर पाया हूँ सफ़र भी ख़ुशी का उदासी भरी जीस्त तन्हा न कटती मिला साथ होता तेरी दोस्ती का भुला दे सभी दिल से शिकवे गिले तू रवां छोड़ो भी दिल से ये दुश्मनी का…