दिल कर गये ज़ख्मी उसके ही फ़रेब आज़म | Fareb shayari
दिल कर गये ज़ख्मी उसके ही फ़रेब आज़म ( Dil kar gaye zakhmi uske hi fareb Azam ) दिल कर गये ज़ख्मी उसके ही फ़रेब आज़म उल्फ़त में खा गये हम तो फ़रेब आज़म पहले किया मुहब्बत के वादे रोज़ मुझसे हर वादे बन गये उल्फ़त के फ़रेब आज़म मैंने दिया…