चाह

( Chaah )

 

ना जरूरत की
ना दौलत की
ना कुरबत की
ना बरकत की
ना शोहरत की
ना सोहबत की
ना मोहलत की
ना जहमत की
ना खिदमत की
ना नेमत की
ना सहमत की
ना बहुमत की
ना हुकूमत की
ना हिमाकत की
ना नफरत की
चाह है तो सिर्फ
हमें मोहब्बत की

Dr. Beena Singh

डॉ बीना सिंह “रागी”

( छत्तीसगढ़ )

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