चेहरा उसका गुलाब लड़की का
चेहरा उसका गुलाब लड़की का
देखता हूं जो ख़्वाब लड़की का
मर मिटे है उसके लब आंखों पे
प्यारा मुखड़ा ज़नाब लड़की का
बिन पीये हो गया नशा उसका
हुस्न जैसा शराब लड़की का
इसलिए ख़ुशबू है हवाओं में
उड़ रहा था हिजाब लड़की का
चांदनी क्या यहाँ गुलिस्तां क्या
देखा ऐसा शबाब लड़की का
मैं पढ़ूं प्यार की जिसे ख़ुशबू
चेहरा है वो क़िताब लड़की का
और क्या तारीफे करुं आज़म
है न कोई ज़वाब लड़की का
️
शायर: आज़म नैय्यर
(सहारनपुर )
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