छोड़कर साथ मेरा जाओ नहीं
छोड़कर साथ मेरा जाओ नहीं

छोड़कर साथ मेरा जाओ नहीं

 

छोड़कर साथ मेरा जाओ नहीं

इस तरह से मुझे रुलाओ नहीं

 

अब हक़ीक़त में आओ सनम अब मेरे

रोज़ यूं ख़्वाब में मेरे आओ नहीं

 

साथ मेरा निभालो सदा के लिए

प्यार करके मुझे यूं सताओ नहीं

 

सच रहेगा हमेशा लबों पे मेरे

झूठे इल्जाम यूं मत लगाओ नहीं

 

छोड़ो भी यूं सताना वफ़ा प्यार में

और दिल मेरा देखो जलाओ नहीं

 

काफ जाती है ये  रूह सुनके आज़म

बेवफ़ा की बातें यूं सुनाओ नहीं

 

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शायर: आज़म नैय्यर

(सहारनपुर )

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