
छोटी छोटी खुशियां
( Choti choti khushiyan )
बालक की मुस्कान भी,
धीरे-धीरे तुतलाना।
छोटी-छोटी खुशियों से,
आंगन महक रहा।
जन्मदिन वर्षगांठ,
शादी विवाह घर में।
प्यारे प्यारे बोल मीठे,
मनवा चहक रहा।
हर्ष खुशी घर आए,
सबसे प्रेम जताये।
अनमोल मोती प्रेम,
मन में बरस रहा।
मेहमानों का आदर,
सम्मान सबका करें।
यश कीर्ति वैभव से,
भाग्य भी संवर रहा।
कवि : रमाकांत सोनी सुदर्शन
नवलगढ़ जिला झुंझुनू
( राजस्थान )