दिल की बातें | Dil ki baatein
दिल की बातें
( Dil ki baatein )
सुनो , बरसों पहले जो नहीं किया वो अब कर दो तो सही
जो तब नहीं कहा , वो अब कह दो तो सही…
मौसम तब भी थे, मगर दस्तूर न थे
अब दस्तूर है ,तो लौटा लो वो गया मौसम तो सही….
दिल की बातें, तब अनकहे ही थी सुनी जाती
अब तो कुछ कहकर ही समझा दो तो सही…
कुछ अनसुलझे, अनबुझे राज ,राज न रहने दो
देखो, चेहरे पर आयें सो आयें ,दिल पर वो झुरियां न आने दो तो सही…
बरसों पहले जो नहीं किया वो अब कर दो तो सही
जो तब नहीं कहा , वो अब कह दो तो सही…
#HappyProposeDay
लेखिका :- Suneet Sood Grover
अमृतसर ( पंजाब )