दिल को | Dil ki Shayari
दिल को
( Dil ko )
बे -इंतहा,
बे – हिसाब,
बे – पनाह,
बे- पायान
प्यार है ‘ गर
दिल को
बे – इंतहा,
बे – हिसाब,
बे- पनाह,
बे -पायान
दर्द भी होता है उस
दिल को..
लेखिका :- Suneet Sood Grover
अमृतसर ( पंजाब )
( Dil ko )
बे -इंतहा,
बे – हिसाब,
बे – पनाह,
बे- पायान
प्यार है ‘ गर
दिल को
बे – इंतहा,
बे – हिसाब,
बे- पनाह,
बे -पायान
दर्द भी होता है उस
दिल को..
लेखिका :- Suneet Sood Grover
अमृतसर ( पंजाब )
कई कई अर्थ लिए कुछ लफ़्ज़ों में भावनाओं की अभिव्यक्ति 1. जुबाँ है पर आवाज नहीं, और खामोशी में भी बातें हैं ! जुबाँ हो के भी गूंगी हो गई, खामोश हो सब कुछ कर गई !! 2. यूँ तो जिंदगी है …
यूं किसी के प्यार में ( Yoon kisi ke pyar mein ) तुमानों मेरी बात देखो दिल सुधर जा ! यूं किसी के प्यार में ही मत बिखर जा ग़ैर जैसे हो गया उसके लिए ही पास से ऐसे वहीं मेरे गुज़र जा सिर्फ़ तन्हाई नज़र आती मुझे तो ये जहां तक…
अच्छी सूरत वाले ( Achi surat wale ) तोड़ा करते दिल सबका ये अच्छी सूरत वाले काम नहीं करते अच्छा ये अच्छी सूरत वाले। हर इक दिल पर चलती है बस एक हुकूमत इनकी सबको करते दीवाना ये अच्छी सूरत वाले। जाने किसकी आह लगी किसने इनको कोसा है प्यार नहीं पाते सच्चा ये…
आओ भी जानम प्यार करे आओ भी जानम प्यार करे ! दिल की बातें इजहार करे आओ उल्फ़त छेड़े बातें न गिले शिकवे यूं यार करे न करो इंकार वफ़ा से तुम मेरी उल्फ़त इक़रार करे तोड़ो मत दिल प्यार भरा तुम न सनम दिल यूं आजार करे दो न…
गुलाब कहूं या बहार कहूं ( Gulab Kahoon Ya Bahar Kahoon ) गुलाब कहूं या बहार कहूं। तुम्ही बतादो क्या मैं यार कहूं।। हम मुशाफिर है हमें क्या मालूम, तुम्हें कश्ती नदी पतवार कहूं।। अजीब शर्त है इस महफिल की, अगर कहूं तो बार बार कहूं।। जिंदगी में ये कैसी…
दीप जले देखो जगमग ख़ुशी के यहां ( Deep jale dekho jagmag khushi ke yahan ) गांव में हर तरफ़ रोशनी के यहां दीप जले देखो जगमग ख़ुशी के यहां आज दीपावली लेकर आयी ख़ुशी की मिठाई बनी है सभी के यहां भूलकर लोग सिक्वे गिले मिल रहे खिल उठें प्यार…