Dil ki Shayari
Dil ki Shayari

दिल को

( Dil ko )

 

बे -इंतहा,
बे – हिसाब,

बे – पनाह,
बे- पायान

प्यार है ‘ गर
दिल को

बे – इंतहा,
बे – हिसाब,

बे- पनाह,
बे -पायान

दर्द भी होता है उस
दिल को..

 

लेखिका :- Suneet Sood Grover

अमृतसर ( पंजाब )

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