दिल में हमारे आप की सूरत उतर गई | Ghazal
दिल में हमारे आप की सूरत उतर गई
( Dil Mein Hamare Aap Ki Surat Utar Gai )
दिल में हमारे आप की सूरत उतर गई ।
सारे जहां में आप पे जब से नज़र गई।।
आंचल से अपने खेलना बाहों में थाम के।
दिल पे जवानी आप की जादू-सा कर गई ।।
नज़रें मिलाके आपका मुखङा छुपाना यूं ।
जलवे तुम्हारे देख के बिजली-सी गिर गई।।
जुल्फें झटकना आपका यूं दिल को भा गया।
जैसे भरी दुपहर में आ बदली- सी घिर गई।।
शे’रों में जब से आप यूं छाने लगे “कुमार”।
फीकी -सी ग़ज़लें मेरी भी जैसे निखर गई।।
कवि व शायर: मुनीश कुमार “कुमार”
(हिंदी लैक्चरर )
GSS School ढाठरथ
जींद (हरियाणा)
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