पास में वो आजकल चेहरा नहीं | Dil shayari in Hindi
पास में वो आजकल चेहरा नहीं!
( Paas mein wo aajkal chehra nahi )
पास में वो आजकल चेहरा नहीं!
इसलिए दिल अब यहाँ लगता नहीं
याद आये तू नहीं जो रात दिन
जीस्त में ऐसा मगर लम्हा नहीं
हो गया किस बात का इतना गरूर
वो ख़ुशी से अब मगर मिलता नहीं
वो न जाने क्यों दिखाता ग़ैर पन
आज आकर वो पहलू बैठा नहीं
आज वरना बात दिल की कह देता
बात करने का मिला मौक़ा नहीं
देख लेता इस बहाने शक्ल वो
गांव में देखो लगा मेला नहीं
ग़ैर आज़म को समझने वो लगा
वो उठाता फ़ोन अब मेरा नहीं