हर तिमिर मिट जाए | Diwali ki kavita in Hindi
हर तिमिर मिट जाए
( Har timir mit jaye : Kavita)
जल उठे दीए, घर आंगन में;
भर जाएँ खुशियाँ सबके दामन में!
घर में श्री गणेश-लक्ष्मी का वास हो;
और कोरोना महामारी का नाश हो!
हर ग़रीब के घर दीया व चूल्हा जले;
सबका संसार खुशियों से फूले-फले!
मिट्टी के दीपक जला, ये वर माँगेंगे;
चीन से निर्मित बत्तियों को त्यागेंगे!
हम सब खील खिलौनों का प्रसाद बाँटें;
हे ईश्वर, हर विघ्न बाधा को काटें!
राम-लला के आगमन से संकट छँट जाए
इस दीपावली हर तिमिर मिट जाए!
🍀
बहुत सुन्दर विचार व भाव, तुम्हें ढेर सारी शुभकामनायें रूना.
मीतू मिश्रा