कैसे कह दूं ये एहसास नहीं | Ehsaas Shayari
कैसे कह दूं ये एहसास नहीं
( Kaise keh doon ye ehsaas nahi )
कैसे कह दूं ये एहसास नहीं !
हमदम है कोई अब पास नहीं !
उनकी यादों का इक सहारा है
मिलना जुलना भी खास नहीं!
दूरियां दिल में बना ली उसने
ऐसा नहीं के मुझे एहसास नहीं !
है जिंदगी यूं दर्द का दरिया
मौत से भी कोई आस नहीं!
हुस्न किस काम का ऐसा यारों
आँखों में हया का लिबास नहीं !!