आ गया फिर चुनाव उत्सव
आ गया फिर चुनाव उत्सव,
करो मतदान जाकर के।
आ गया फिर चुनाव उत्सव,
करो मतदान जाकर के ।
करो मतदान जाकर के…
करो मतदान जाकरंके …..
करो मतदान जाकर के,
आ गया फिर चुनाव उत्सव……
कहीं भी तुम रहो भैया ,
कहीं भी तुम रहो बहना,
कहीं भी तुम रहो भैया,
कहीं भी तुम रहो बहना,
कहीं भी तुम रहो बहना….
निकालो वक्त वोटिंग का ।
निकालो वक्त वोटिंग का ।
करो मतदान जाकर के….
निकालो वक्त वोटिंग का,
करो मतदान जाकरके..
आ गया ……
सुबह से शाम तक जब भी,
समय मिल जाए जैसा भी,
सुबह से शाम तक जब भी,
समय मिल जाए जैसा भी।
समय मिल जाए जैसाभी…
वोट पड़ना हो जिस दिन भी ,
वोट पड़ना हो जिस दिन भी ,
करो मतदान जाकर के…
वोट पड़ना हो जिस दिन भी ,
करो मतदान जाकर के।
आ गया फिर चुनाव उत्सव,
करो मतदान जाकर के….
न छूटे कोई भी घर में ,
पुरुष हो या हो कोई महिला।
न छूटे कोई भी घर में,
पुरुष हो या हो कोई महिला।
पुरुष हो या हो कोई महिला…
देश तुमको चलना है ।
देश तुमको चलना है ।
करो मतदान जाकर के,
देश तुमको चलना है,
करो मतदान जाकर के ।
आ गया फिर चुनाव उत्सव,
करो मतदान जाकर के।।
श्रीमती अनुराधा गर्ग ‘ दीप्ति ‘
जबलपुर ( मध्य प्रदेश )