माँ
( Maa )
माँ दुनिया का सबसे छोटा
शब्द सही
पर इससे बढ़कर शब्द नहीं
माँ तो इस दुनिया से बेखबर
मांँ होती सबसे अलग
बेटा बेटी में भेद न करती
प्रेम से हम सबको रखती
गर किसी पर दुख आ जाएं
उसका दिल तिलमिला जाएं
मांँ होती है हरा वृक्ष सदा
उसकी खुशियां बच्चों पर फिदा
बच्चों पर ना आने देती आँच
साफ दिल उसका जैसे कांँच
माँ के आँचल सा नहीं कोई सुख
मत देना कभी इसे कोई दुख
मांँ अब हमारी बारी
मांँ सब दुनिया से प्यारी
माँ सब दुनिया से प्यारी
अनीता सिंह
शिक्षक, वि.ख.करेली
जिला-नरसिंहपुर