![जमाना आजकल जमाना आजकल](https://thesahitya.com/wp-content/uploads/2024/05/जमाना-आजकल-696x464.jpg)
जमाना आजकल
( Jamana Aaj Kal )
जमाना आजकल बदल रहा है,
जो कल था,वह आज नहीं रहा है
हो रहा है, नित नया प्रयास
हर रोज बंध जाती है, जीने की आस l
कैसा बीत रहा है आज
कल की खबर नहीं क्या होगा कल
आज जी को मस्ती भरे नगमे
गा लो
क्या होगा कल बीत जाएंगे यह पल l
जो आज मेरा है पता नहीं कल तेरा हो या ना हो l
इसी क्षण जी ले तू
ए इंसान मत हो तू यूं परेशान
दुनिया बदलती है तो बदलने दे
और बना ले अपनी पहचान l
अच्छे काम ही साथ जाते हैं
बाकी मिट जाते हैं नामो निशान
प्यार दे, प्यार ले
क्या पता बदल जाए जिंदगी तुम्हारी जिंदगी कोई संवार दे
लोग बदलते हैं,दुनिया बदलती है रंग बदलते हैं l
यहां लोगों के जीने के ढंग बदलते हैं
वीना वर्धन घुमारवीं
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