काश वो भी याद करें | Kaash Shayari in Hindi
काश वो भी याद करें
( Kash wo bhi yaad kare )
अक्सर वो सपनों में रहते उनसे हम फरियाद करे।
दिल तक दस्तक देने वाले काश वो भी याद करें।
हम तो उनके चाहने वाले मधुर सुहानी बात करें।
आ जाए वो भी महफ़िल में मस्तानी प्रभात करें।
यादों में सौम्य चेहरा कमल पुष्पित खिला-खिला।
मन मंदिर में फूल महकता सौभाग्य से हमें मिला।
पर्वत नदियां पवन घटाएं उर संदेशे भाव भरे।
स्मृतियों में बसने वाले काश वह भी याद करें।
इन शब्दों में हर गीतों में हमने उनको पाया है।
दिल के जुड़े तार कहीं संगीत सुहाना आया है।
दूर होकर पास लगे मनमीत लगे विश्वास जगे।
बाग की महकती बहारे सारे जग में खास लगे।
मुस्कानों के मोती चुनकर हृदय से आल्हाद करें।
दिल से याद किया हमने काश वो भी याद करें।
कवि : रमाकांत सोनी सुदर्शन
नवलगढ़ जिला झुंझुनू
( राजस्थान )