होली आई | Kavita holi aayi
होली आई
( Holi Aayi )
होली आई, होली आई
रंग-बिरंगी ख़ुशियाँ लाई ।
हाथों में लें लो पिचकारी,
रंग डालने की करो तैयारी ।
पानी से भर रखें हैं ग़ुब्बारें
दिल में उठे प्रेम की फुहारें ।
सबके चेहरे रंगों से भरे हैं,
मस्ती में सब झूम रहे हैं ।
छोटे-बड़े का छोड़ों ख़्याल
सबके गालों पे डालों गुलाल ।
मिठाइयाँ-पकवान खूब खाएँगे
सब मिल-जुलकर होली मनाएँगे ।