कविता कैसे लिखूं | Kavita Kaise Likhun
कविता कैसे लिखूं
( Kavita Kaise Likhun )
कविता कैसे लिखूं मन तो हजारों गोते लगा रहा
कविता कैसे लिखूं ?
मन कभी घर के अंदर लगा रहता तो कभी घर के बाहर
कविता कैसे लिखूं ?
मन कभी माता-पिता में लगा रहता तो कभी बच्चों में
कविता कैसे लिखूं ?
मन में उठती हजारों लहरों के बीच हो रही उथल-पुथल में
कविता कैसे लिखूं ?
मन तो कभी बाहरी दुनिया के आकर्षण में या फिर कभी शर्म और संकोच में
कविता कैसे लिखूं ?
बच्चों की फूल जैसी मुस्कुराहट देखी तो सोचा बस अब चलो ऐसे ही मैं
कविता लिखूं कविता लिखूं ।।
अनीता सिंह
शिक्षक, वि.ख.करेली
जिला-नरसिंहपुर