![राधेश विकास](https://thesahitya.com/wp-content/uploads/2023/11/राधेश-विकास-696x455.jpg)
मैं अपना
( Main Apna )
मैं अपना
सर्वस्व लुटा दूँ.
फिर भी तुम्हारी नजर में
नहीं आऊँगा
क्योंकि
तुम्हारी
निरपेक्षता केवल
जिहवा पर
आती है.
तुम
बहुत ही
माइनर
हो,
तुमने रचकर
छद्म मकड़जाल
इसीलिए
लोगों को
शिक्षा से
वंचित किया,
जिससे तुम मिटाकर
सारी
वास्तविकता इतिहास से
बता सको दुनिया को
नहीं केवल मूर्खों को,
उसी तरह
जिस तरह
कोई
हाथी के पीठ
पर उल्टा खड़े
होकर फोटो
खिचवाये
लोगों को
सीधी फोटो
दिखाकर
ये बताने की
सफल कोशिश
करते हैं कि
ये दुनिया
हमीं ने संभाल
रखी है।
राधेश विकास (प्रवक्ता),
प्रयागराज ( उत्तर प्रदेश )