
मेजर ध्यानचंद
( Major Dhyanchand )
राष्ट्रीय खेल दिवस (मेजर ध्यानचंद जयंती)
हॉकी की अठखेलियों में,जादू का परम अहसास
अलौकिक विलक्षण प्रतिभा ,
जीवन वृत्त हॉकी परिभाषा ।
गोल करो विजयी बनो,
अंतर्मन सदैव भव्य अभिलाषा ।
तीन बार ओलंपिक स्वर्ण पदक ,
जग अभिवंदित हिंद उजास ।
हॉकी की अठखेलियों में, जादू का परम अहसास ।।
हिटलर हो या ब्रैडमैन,
खेल गुत्थी को नमन किया ।
शीर्ष रख हिंद स्वाभिमान,
सुरभित राष्ट्र चमन किया ।
चार सौ से अधिक गोल कर,
रचा प्रेरक स्वर्णिम इतिहास ।
हॉकी की अठखेलियों में, जादू का परम अहसास ।।
अप्रतिम अद्भुत खेल आभा,
प्रतिद्वंदी सदा अचंभित ।
लोभ प्रलोभन नित दूर ,
देश धरा मान अभिनंदित ।
अवतरण राष्ट्रीय खेल दिवस ,
रज रज उद्वेलित उमंग उल्लास
हॉकी की अठखेलियों में, जादू का परम अहसास ।।
हिंद हृदय नित पुलकित,
स्मृत कर खेल चातुर्य ।
विपक्षी टीम सदा चढ़ा,
आपकी प्रतिभा का आतुर्य ।
धन्य धन्य हॉकी विजार्ड,
आपसे तिरंगी पहचान खास ।
हॉकी की अठखेलियों में, जादू का परम अहसास ।।
महेन्द्र कुमार