Mother Teresa par Kavita
Mother Teresa par Kavita

मदर टेरेसा

( Mother Teresa ) 

 

सेवा भाव और करुणा की यह प्रतिमूर्ति,
वह मदर टेरेसा जिनकी आज है जयंती।
26 अगस्त 1910 यूगोस्लाविया जन्मी,
पढ़ना-लिखना गीत गाना पसन्द करती।।

अगनेसगोंझा बोयाजिजू था इनका नाम,
गिरजाघर प्रार्थना करती गायिक समान।
आयरलैंड से आई कोलकाता शिक्षिका,
विद्यार्थी करतें इनसे बहुत प्यार सम्मान।।

ग़रीब अस्वस्थ निर्बल बुजुर्ग व असहाय,
इन सभी की बनी ‌यही सहायक सिस्टर।
बाॅंटे दुःख धोऍं घाव लगाया मरहम-पट्टी,
जनसेवा किऍं आजीवन भारत रुककर।।

सच्ची-लगन निस्वार्थ-भाव किया काम,
विश्व से अंतरराष्ट्रीय सम्मान किऍं नाम।
भारत का सर्वोच्च पुरस्कार भारत-रत्न,
पद्मश्री नोबल और मेडल आफ़ फ्रीडम।।

यह नारी शक्ति का एक महान उदाहरण,
दिखाया अन्नाथ, अवैधो की माॅं बनकर।
फुटपाथ पे रोते-बिलखतो के ऑंसू पोंछे,
दिखाया संसार को मदर टेरेसा बनकर।।

 

रचनाकार : गणपत लाल उदय
अजमेर ( राजस्थान )

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