नर से नारायण | Nar se Narayan
नर से नारायण
( Nar se narayan )
( Nar se narayan )
अब लगेगा स्टार तुम्हारे ( Ab Lagega Star Tumhare ) रख हौंसला वीर जवान ग़म के दिन गुज़र जाएंगे,ख़तरो के मंडराते हुए यह बादल भी टल जाएंगे। पसीना बहाना रक्त बचाना अच्छे दिन भी आएंगे,जब लगेगा स्टार तुम्हारे लोग तालियां बजाएंगे।। इन ऑंसुओं को पीते पीते तुमने वर्षों गुज़ार दिए,बस बहुत हो गयी नौकरी फिर…
ध्यान रहे ( Dhyan rahe ) गद्दार कभी वफादार नही हो सकता गद्दारी सिर्फ ,किसी के खून मे ही नही बल्कि वंशानुगत भी पीढ़ी दर पीढ़ी चलती ही रहती है…. कहना मुनासिब तो नही किंतु, अपराधिक मानसिकता से उत्पन्न शिशु भी उसी का वंशधर होता है…. हर,हिरणाकश्यप के यहां प्रह्लाद का जन्म नही होता…..
कृष्णा ( Krishna ) कारावास में जन्म लिए जो था उन्हीं का वंश कर्मों का फल भोगने को विवश था कृष्ण और कंश । बालापन में खूब खेलते करते थे खूब शरारत उम्र के साथ सीखाए करना रासलीला और महाभारत । राधा के पीछे खूब भागते वो था ना चरित्र हीन अदृश्य होकर लाज बचाए…
गुलशन ( Gulshan ) गुल खिले गुलशन खिले खिलती चले बहार महकती फिजायें सारी चमन हुआ गुलज़ार दिल की हसीं वादियो में फूलों का डेरा है खुशबूओं से भरा चमन है प्यार घनेरा है बागों में बैठी कोयल तितलियां पंखों वाली गुलशन सारा महकता फलों से लदी डाली पेड़ों पे…
शब्दों का सफर ( Shabdon ka safar ) अहमियत अहमियत उनको दो जो सच खातिर लड़ सके बात कहने का हौसला हो सच्चाई पे अड़ सके सच कहता हूं साथ देकर कभी नहीं पछताओगे जान की परवाह ना करें जो कीर्तिमान गढ़ सके जवाब ईट का जवाब हम पत्थर से देना जानते हैं। मेहमां…
बारिश की बूंदें ऐसी बरसी थीं मुझ पर कल बारिश की बूंदें बरसा था मुझ पर तुम्हारा प्यार जैसे मिट गईं खलिश मिट गईं दूरियां एहसासों से मेरे कर गई साजिशें ऐसी बरसी थीं मुझ पर कल बारिश की बूंदें भीगे भीगे से शिकवे भीगी भीगी शिकायत आंसुओं से मेरे कर…