डॉ. चंद्रेश कुमार छ्तलानी की कविताएं | Dr. Chandresh Kumar Chhatlani Poetry
श्री राम वन्दना राम-राम में रम ले बन्दे, रम ले राम नाम में।यही नाम तो आयेगा बन्दे, आखिर तेरे काम में।जय राम – श्री राम – श्री राम जय-जय राम। रोग-शोक ना क्रोध रहेगामन में विषाद ना आक्रान्त है।राम नाम को जपने वालाआनन्दित और शान्त है। आओ उठकर सब पुकारें, आ राम आराम में।जय राम…