हमसे शिक़ायत कैसी
हमसे शिक़ायत कैसी जुर्म की जब हो हुकूमत तो वकालत कैसीपूछते लोग हैं फिर हमसे शिक़ायत कैसी दुनिया वाले जो करें प्रेम तो अच्छा लेकिनजब करें हम तो कहे लोग मुहब्बत कैसी दिल बदलते हैं यहां लोग लिबासों की तरहहमने बदला है अगर दिल तो क़यामत कैसी लोग यूं ही तो नहीं मरते हैं हम…