सोच कर देखो | Pakshi par Kavita
सोच कर देखो
( Soch kar dekho )
पक्षी पर कविता
( Soch kar dekho )
पक्षी पर कविता
प्रतिशोध ( Pratishodh ) मै हार नही सकता फिर ये, जंग जीत दिखलाऊंगा। फिर से विजयी बनकर के भगवा,ध्वंजा गगन लहराऊगा। मस्तक पर चमकेगा फिर सें, चन्दन सुवर्णा दमकांऊगा। मै सागर जल तट छोड़ चुका पर,पुनः लौट कर आऊँगा। जी जिष्णु सा सामर्थवान बन, कुरूक्षेत्र में लौटूंगा। मैं मरा नही हूँ अन्तर्मन…
मेरी जन्मभूमि स्वर्ग समान ( Meri Janambhoomi swarg saman ) वीरों रणवीरो की जननी हम सबका अभिमान है। हरी-भरी महकती क्यारी ये धरती स्वर्ग समान है। उत्तर हिमालय अडिग खड़ा बहती गंगा की धारा। राजस्थान रेतीले धोरे खरा सोने सा निखरे सारा। संत शूरमां भामाशाह की धरा स्वर्णमयी खान है। सबसे प्यारा देश हमारा…
प्रथम पूजनीय आराध्य गजानंद ( Pratham poojaneeyai aradhya gajanand ) प्रथम पूजनीय प्यारे आराध्य गजानन्द, मनोकामना पूरी करतें हमारे गजानन्द। कष्ट विनायक रिद्धि-सिद्धि फलदायक, झुकाकर शीश हम करते है अभिनंदन।। गणपत गणेश गणनायक एवं गजराज, भोग में चढ़ाते आपके मोदक महाराज। शीश पर तुम्हारे स्वर्ण का मुकुट चमके, ज्ञान के भंडार लंबोदर…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ( Prime Minister Narendra Modi ) मोदी एक व्यक्ति नहीं,वैश्विक विचारधारा है वर्तमान विश्व राजनैतिक पटल, हिंद प्रधानमंत्री अनूप स्थान । सोच वसुधैव कुटुंबकम् , मानव सेवा परम आह्वान । लक्ष्य स्वच्छ स्वस्थ शासन तंत्र, राष्ट्रीयता अभिवंदन दिव्य नारा है । मोदी एक व्यक्ति नहीं,वैश्विक विचारधारा है ।। निर्धन कृषक श्रमिक…
बेटी उर्फ नारी ( Beti urf nari ) बेटी बनकर वह बाबुल घर आई राखी बांध भैया की बहना कहलाई दादा ,दादी , ताऊ और ताई सबकी मानो थी वो सबकी एक परछाई.. फिर छोड़ पिता का घर बेटी ने दुल्हन बनकर आई पिया के संग कितने ही स्वप्न सजा आई गुड़िया लिए जोश…
शिव आरती ( Shiva Aarti ) ओम जय डमरूधारी, तेरी महिमा अतिभारी। मात -पिता तू मेरे, मात-पिता तू मेरे, आया तेरे द्वारी। ॐ जय डमरूधारी… (2) श्वेताम्बर, पीताम्बर सोहे अंग तेरे, शिव सोहे अंग तेरे। भांग, धतूर ही लाया, भांग, धतूर ही लाया और न कुछ मेरे। ओम जय डमरूधारी…. ओम जय डमरूधारी, तेरी…