Poem in Hindi on Sanatan Dharm
Poem in Hindi on Sanatan Dharm

सनातन धर्म हमारा

( Sanatan dharm hamara )

 

अजर अमर सनातन धर्म हमारा

सृष्टि संग अवतरण,
अनंत अंतर आह्लाद ।
मानवता श्री वंदन,
आनंद परम प्रसाद ।
वेद आभा अंतर्निहित,
अविरल ओजस्विता धारा ।
अजर अमर सनातन हमारा ।।

नैतिकता दिव्य रंग रुप,
अपार आस्था सत्कार ।
धर्म कर्म पुनीत रश्मियां,
जीवन हर स्वप्न साकार ।
आसुरी हाव भाव पर ,
सदा चढ़ा प्रतिशोध पारा ।
अजर अमर सनातन धर्म हमारा ।।

प्रभु राम आदर्श मर्यादा ,
श्री कृष्ण अर्जुन उपदेश ।
मां सीता सी विमल शीलता,
जगदंबे सा प्रतिकार आवेश ।
हनुमान जी जप तप बल,
ब्रह्मांड गूंज शिव ओंकारा ।
अजर अमर सनातन धर्म हमारा ।।

साधना आराधना शिखर बिंदु,
शोभित सात्विक आचरण ।
स्नेह प्रेम भक्ति श्रृंगार,
आलौकिक शक्ति आवरण ।
मनुज स्वाभिमान शीर्ष ध्येय,
बुलंद सदा हिंदुत्व जयकारा ।
अजर अमर सनातन धर्म हमारा ।।

 

महेन्द्र कुमार

नवलगढ़ (राजस्थान)

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