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देखो योगी आया है | Poem On Yogi Adityanath
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देखो योगी आया है ( Dekho yogi aya hai ) भगवा चोला भगवा साफा,भगवा ध्वज लहराया है। रूद्रों की वो माला पहन के, देखो योगी आया है। काशी मथुरा और अयोध्या को, चमकाने आया है। धर्म सनातन का परचम, जग में लहराने आया है। उठो सनातन वंशी तुम आर्यो के वंशज सजक…

ख़ुद पर विश्वास क्यों नहीं करते | Kavita Khud Par
ByAdmin
ख़ुद पर विश्वास क्यों नहीं करते ( Khud par vishwas kyon nahi karte ) ख़ुद पर विश्वास, क्यों नहीं करते? जो करना है, आज क्यों नहीं करते ? छूना चाहते हो आकाश यदि, तो फिर तुम,प्रयास क्यों नहीं करते ? कुछ भी नहीं , इस जग में असंभव। इस बात पर, विश्वास क्यों नहीं करते…

Hindi Poetry On Life -पत्रकार की गिरफ्तारी पर अपनों की चुप्पी?
ByAdmin
पत्रकार की गिरफ्तारी पर अपनों की चुप्पी? ( Patrakar Ki Giraftari Par Apno Ki Chuppi ) ************ बोल नहीं जुटेंगे उनके बड़ा झोल है मन में उनके संरक्षण में पलने वाले मौका खोजते कब भड़ास निकालें? बारी जब विपक्ष की हो! सत्ता पक्ष आते ही, कैसे छिपा लें? कैसे दबा दें? नमक का कर्ज जल्द…

जिंदगी | Hindi Kavita Zindagi par
ByAdmin
जिंदगी ( Zindagi ) जिंदगी एक शोरूम की तरह है जहां खरीदते हैं लोग वस्त्र अपने मनोभाव की तरह जिसमें झलकता है उनका अंतर्मन जो पता चलते हैं उसके कपड़ों को देखकर। कोई छोटी सोच के साथ छोटे कपड़ों में किसी का सादगी भरा लिबास कोई चेहरे पर चेहरा लिए किसी का जीवन एक…

अम्मा याद आईं | Kavita Amma Yaad Aayi
ByAdmin
अम्मा याद आईं ( Amma yaad Aayi ) अबकी होली में न जाने क्यों अम्मा याद आईं, मेरे पास कोई ऐसा भी नंबर होता, जो उससे भी बात हो पाती , उस देश का पता होता, जहां वो चली गई है, तो जरूर उसे, एक चिट्ठी लिखता, उसे लिखता कि, तेरे बिन यह…

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी | Mahatma Gandhi par Kavita
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राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ( Rashtrapita Mahatma Gandhi : Gandhi jayanti par poem ) राष्ट्रपिता महात्मा गांधी अहिंसा के आप पुजारी छुआछूत का भेद हटाया महान विभूति चरखा धारी दया क्षमा प्रेम सिखाया भारत मां का मान बढ़ाया नमक आंदोलन जो छेड़ा सत्याग्रह को आगे बढ़ाया खादी वस्त्र काम में लाओ स्वदेशी को…