सुना था | Suna Tha
सुना था
( Suna Tha )
( बेटी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं )
सुना था बचपन में हमने
एक छोटा सा राजकुमार आएगा
सुनहरे घोड़े पर बिठाकर
अपने महलों में ले जाएगा
सुना था हमने दादी के मुंह
मैं हूं एक छोटी सी राजकुमारी
कहते कहते गले लगाकर
मुझे सुनाती एक कहानी
सपने देखे थे भी हमने
एक राजकुमार आएगा
सुनहरे घोड़े पर बिठाकर
मुझे सात समंदर पार ले जाएगा
आज वह घड़ी आई है
दूर प्रिय जनों से होना है
पुराने रिश्तों को तजकर
नए को पिरोना है
पंख नहीं दिए ईश्वर ने
फिर भी कहीं कोई छोर नहीं
सारा घर है पराया उसका
अपना कहने को कुछ नहीं।
नवीन मद्धेशिया
गोरखपुर, ( उत्तर प्रदेश )