गुजारी जिंदगी सुख की अभी तक

Sad Shayari -गुजारी जिंदगी सुख की अभी तक

गुजारी जिंदगी सुख की अभी तक ( Gujari Jindagi Sukh KI Abhi Tak )     गुजारी जिंदगी सुख की अभी तक दुखो से ही भरी ये जिदगी है   अपनों के तंज इतने है मिले के दिल पे ही  चोट  गहरी सी लगी है   मुहब्बत से नहीं देखा कभी भी यहां तो नफ़रत…

प्रतिघात

Hindi Kavita On Life -प्रतिघात

प्रतिघात ( Pratighaat )   लिख दिया मस्तक पटल पर, वाद का प्रतिवाद होगा। बन्द  दरवाजे  के  पीछे, अब  ना  कुछ संवाद  होगा। जो भी कहना है  मुझे  कह लो, मगर ये  याद  रखना, शेर  के  शब्दों  में  भी  है, घात  का  प्रतिघात होगा।   रूग्ण  जीवन  अब  नही  है, मास  मे   मधुमास  होगा। सुन…

हमने करार चाहा तो आकर के ग़म मिले

Hindi Poetry On Life -हमने करार चाहा तो आकर के ग़म मिले

हमने करार चाहा तो आकर के ग़म मिले ( Hamne Karar Chaha To Aakar Ke Gam Mile )   हमने करार चाहा तो आकर के ग़म मिले। जब भी किसी मुकाम पे जाकर के हम मिले।।   रक्खा था जिनको पाल के सीने में रात-दिन। सुख के हसीन ख्वाब के हमको भरम मिले।।   जो…

तू महक जिंदगी में गुलाब की तरह

Love shayari | Romantic Ghazal -तू महक जिंदगी में गुलाब की तरह

तू महक जिंदगी में गुलाब की तरह ( Tu Mahak Jindagi Mein Gulaab Ki Tarah )   तू महक जिंदगी में गुलाब की तरह मत जा तू बेवफ़ा से ज़नाब की तरह   हाँ अंधेरे तन्हाई के होगे यहां गुम कहीं मत हो इस आफ़ताब की तरह   चाँद सी सूरत को हाँ लगेगी नजर…

लगी आग नफ़रत की ऐसी जहां में

Hindi Poetry On Life -लगी आग नफ़रत की ऐसी जहां में

लगी आग नफ़रत की ऐसी जहां में (Lagi Aag Nafrat Ki Aisi Jahan Mein )     मैं जब भी पुराना मकान देखता हूं! थोड़ी बहुत ख़ुद में जान देखता हूं!   लड़ाई वजूद की वजूद तक आई, ख़ुदा का ये भी इम्तिहान देखता हूं!   उजड़ गया आपस के झगड़े में घर, गली- कूचे…

चोरी चोरी चुपके चुपके मिला कर

love Ghazal -चोरी चोरी चुपके चुपके मिला कर

चोरी चोरी चुपके चुपके मिला कर   ( Chori Chori Chupke Chupke Mila Kar )   सभी के सामने गुल मत दिया कर! चोरी चोरी चुपके चुपके मिला कर   दिल में जो बात है बोला कर मुझसे निगाहों से इशारे मत किया कर   भूला दें तू सितम उसके सभी अब न यूं आहें…

दूरियां कितनी रक्खी प्यार हो ही गया

दूरियां कितनी रक्खी प्यार हो ही गया

दूरियां कितनी रक्खी प्यार हो ही गया ( Dooriyaan Kitni Rakkhi Pyar Ho Hi Gaya )     दूरियां कितनी रक्खी प्यार हो ही गया इक हंसी से यारों इजहार हो ही गया   वो चाहे दूर ही क्यों न फ़िर हो लेकिन आज वो अपना दिलदार हो ही गया   दूरियां रक्खी जिससें मगर…