प्रगति दत्त | Tere Sahare
तेरे सहारे
( Tere sahare )
सबके जीवन, तेरे सहारे ।
सबकी नैया , तू ही संभाले ।
हे ईश्वर, सब कुछ तेरे सहारे ।
संकट से , तू ही तो उबारे ।
सबकी बिगड़ी , को तू बना दे ।
भव सागर से, तू ही बस तारे ।
अपना सब, है तेरे सहारे ।
दूर कर अब, तनाव सारे ।
खुशियों से , भर दे मन सारे ।
मिटा दे, सबके क्लेश सारे ।
शांत हो , अब ह्रदय हमारे ।
लौटें खुशियां फिर अपने द्वारे ।
ईश्वर हम , अब तेरे सहारे ।
श्रीमती प्रगति दत्त
अलीगढ़ उत्तर प्रदेश
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