टूटने वाली थी | Tootne Wali Thi
टूटने वाली थी
( Tootne Wali Thi )
टूटने वाली थी पर टूटने नहीं दिया ख़ुद को,
नाह इस दिल को! और ना ख़ुद को।
संभाला कर रखा इस दिल को
सबसे बचा कर अपने जज़्बातो को।
समेटती रही उन यादों को
कभी नाह वापस आने वाले उन लम्हों को।
टूटने वाली थी पर टूटने नहीं दिया ख़ुद को।
नाह इस दिल को और नाह ही ख़ुद को।
नाह अपने सपनों को और नाही उनसे जुड़े अरमानों को।
अपने हिम्मत को और नाही अपने हौंसले को
जोड़े रखा जिंदगी के हर एक पहलू को।
सजा कर रखा हर एक रिश्ते को,
उनसे मिलने वाली चुनोतिओ को।
टूटने वाली थी पर संभाला है मैंने ख़ुद को।
भूल कर हर एक गम को, जोड़ा हैं मैंने ख़ुद को।
टूटने वाली थी पर टूटने नहीं दिया ख़ुद को,
नाह इस दिल को और नाह ही ख़ुद को।
दीपशिखा
दरभंगा (बिहार)