वाल्ट व्हिटमैन की अनुवादित कविता | अनुवादक- दीपक वोहरा
वाल्ट व्हिटमैन (1819-1892) को अमेरिका के सबसे प्रभावशाली कवियों में से एक माना जाता है। उनका कविता संग्रह, लीव्स ऑफ़ ग्रास, अमेरिकी साहित्य के इतिहास में एक मील का पत्थर है।
व्हिटमैन ट्रान्सेंडैंटलिज़्म और यथार्थवाद के बीच संक्रमण का हिस्सा थे, और उनका काम अक्सर अमेरिकी अनुभव और उसके लोकतंत्र की प्रकृति पर केंद्रित होता है।
बारिश की आवाज़ कविता में बारिश को व्यक्ति का रूप दिया गया है, जो पृथ्वी को पोषित करने और जीवन को बनाए रखने में उसकी महत्वपूर्ण भूमिका को व्यक्त करता है।
यह संवाद नवीकरण, जीवन और मानवता और प्रकृति के बीच के स्थायी संबंधों पर जोर देता है। वर्षा की आवाज प्राकृतिक प्रक्रियाओं की सुंदरता और आवश्यकता का प्रतीक है, जो ब्रह्मांड में एकता की भावना को उजागर करता है।
बारिश की आवाज़
मैंने धीरे धीरे गिरती हुई बौछार से पूछा,
और कौन हो तुम?
जिसे बताना अजीब है, जवाब मिला, जैसा कि यहाँ तर्जुमा है:
बारिश की आवाज़ ने कहा: मैं धरती की कविता हूँ सदियों से मैं अदृश्य उठती हूँ
धरती और अनंत समुद्र से,
ऊपर आकाश की ओर, जहाँ, अस्पष्ट रूप में,
पूरी तरह से बदल जाती हूं और फिर भी वही,
मैं जमीं के सूखे, सूक्ष्म कणों, धूल की परतों को धोने के लिए उतरती हूँ,
और सब कुछ, जिसमें मेरे बिना केवल बीज थे, निष्क्रिय, अजन्में;
और सदा, दिन और रात, मैं अपने मूल को जीवन लौटाती हूँ,
और इसे शुद्ध और सुंदर बनाती हूँ;
(क्योंकि गीत, जन्मस्थल से निकलकर, पूरा होने के बाद,
भटकते हुए, चाहे सोचा जाए या न सोचा जाए, प्रेम के साथ लौटता है।)
दीपक वोहरा
(जनवादी लेखक संघ हरियाणा)
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