romantic ghazal || यूं आज मेरे दिल पे ये अहसान किया है
यूं आज मेरे दिल पे ये अहसान किया है
( Yoon Aaj Mere Dil Pe Ye Ahsan Kiya Hai )
यूं आज मेरे दिल पे ये अहसान किया है।
दिल तोङ दिया ऐसा निगहबान किया है।।
दिल में बसे थे तुम मेरे अरमानों के जैसे।
यह काम बङा तुमने मेरी जान किया है।।
उम्मीद न थी हमको के तुम ऐसा करोगे।
मुख मोङ के तुमने हमें हैरान किया है।।
सहरा में यूं ही छौङ दिया बाग से लाके।
इस जिंदगी को कैसी बियाबान किया है।।
कैसा किया है इश्क ये तुमने भला बोलो।
सारे जहां में हमको पशेमान किया है।।
कवि व शायर:
मुनीश कुमार “कुमार”
(हिंदी लैक्चरर )
GSS School ढाठरथ
जींद (हरियाणा)
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