दीप दिवाली के | Happy diwali kavita
दीप दिवाली के
( Deep diwali ke )
आओ,दीप दिवाली के मिलकर जलाएँ हम
आओ, गीत दिवाली के मिलकर गाएँ हम ।
खुशियों से चमके सबके उर-घर-आँगन
हर्ष की विजय पताका चहु ओर फहराएँ हम ।
महलों के चौबारे से लेकर, हर चौराहे तक
सबको प्रेम-बंधुत्व से रहना सिखाएँ हम ।
सिले हुए हैं-होंठ,मायूसीयत से जिन लोगों के
उनके लबों तक यह मधुर तराना पहुँचाएँ हम ।
देश-धर्म, समाज-इंसानित के लिए सदा
अपने सभी कर्त्तव्यों को मिलकर निभाएँ हम ।
राम-सीता से संस्कारी बन जाएँ सभी युवा
अपने देश को पश्चिमी सभ्यता से बचाएँ हम ।
इस महंगाई-भ्रष्टाचार से परेशान हैं सभी
चलो, सुख-समृद्धि का नन्हा ‘दीप जलाएँ हम ।
अपनी आँखों में बसे हैं-जो ख्वाब बहुत से
आज मेहनत से सबको साकार बनाएँ हम ।
आओ, दीप दिवाली के मिलकर जलाएँ हम
आओ, गीत दिवाली के मिलकर गाएँ हम ।
बहुत-बहुत धन्यवाद !!