बेहतर | Hindi Poem Behtar
बेहतर
( Behtar )
धन की मदद नही कर सकते किसी की
उसकी वैचारिक मदद तो कर ही सकते हो
ज्ञात है कि कोई मार्ग से भटक रहा है तो
उसे सही राह का ज्ञान दे हि सकते हो
आपने भी तो किसी से सीखा ही है कुछ न कुछ
तो आप भी किसी को सिखा हि सकते हैं कुछ
उम्मीदें रहती हैं यदि आपकी भी किसी से कुछ
तो आपसे भी लगा सकते हैं लोग उम्मीद कुछ
जहाँ होता है महसूस दर्द या अपमान तुम्हें
वहीं वही सब कुछ तो और को भी होगा आपसे
जरूरी नहीं कि आपको हि प्यार है स्वाभिमान से
वह तो सभी के लिए है कीमती, आपकी तरह
चाहते हैं कि बना रहे संबंध सभी से बेहतर
तो बनना होगा बेहतर आपको भी सभी के लिए
( मुंबई )