आचरण

( Acharan )

राम कृष्ण हनुमान की
करते सब बातें।
करे नहीं अमल पर
उनके आचरणों को।।

आये जब संकट तो
याद आये हनुमान।
हे संकट मोरचन तुम
हरो हमारे कष्ट।
मैं अर्पित करूँगा
तुम्हें घी और सिंदूर।
सुख शांति मुझे दो
मेरे पालन हार।।

बात करें जब भी
हम मर्यादाओं की।
याद आ जाते है
श्रीराम चंद्र जी।
उन जैसा कोई और
नहीं हैं मर्यादापुरूषोत्तम।
इसलिए हर नारी पूजे
उन्हें श्रध्दा भक्ति से।।

अब हम बात करें
स्नेह प्यार मोहब्बत की।
मन में याद आ जाते
हमें मुरली वाले जी।
कितनी लीलाएं रची
प्यार मोहब्बत की।
इसलिए अमर है जग में
राधा कृष्ण की जोड़ी।।

राम कृष्ण हनुमान की
करते सब बातें।
करे नहीं अमल पर
उनके आचरणों को।।

Sanjay Jain Bina

जय जिनेंद्र
संजय जैन “बीना” मुंबई

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