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hindi poem on child | बच्चों की हिन्दी लिखावट
बच्चों की हिन्दी लिखावट ( Bacchon ki hindi likhawat ) देख टूट रही है आशा, छा रही मन में निराशा। दशा व दिशा, सुन उनके मन की व्यथा; कहूं क्या मैं कथा? देख सुन हैरान हूं, परेशान हूं। लकीरें चिंता की खिंच आई हैं, लाकर काॅपी जो उसने दिखाई है। माथा पकड़ लिया हूं,…

मेरे अवगुण हर लो ना प्रभु | Kavita Mere Avgun Har lo na Prabhu
मेरे अवगुण हर लो ना प्रभु ( Mere avgun har lo na prabhu ) दर आया लेकर अरदास, मेरी झोली भर देना प्रभु। मैं मूरख नादान हूं ईश्वर, मेरे अवगुण हर लेना प्रभु। सृष्टि का संचार तुमसे ही, तुम ही पालनहारे प्रभु। भर देते भंडार सबके, सारे जग के रखवारे प्रभु। मन मंदिर में…

उम्मीदों भरा नया साल
उम्मीदों भरा नया साल उम्मीदों भरा नया सालखूब आता है मन में ख्याल।ढेर सारी आशाएं हैंजिंदगी की अभिलाषाएं हैं ,शायद जिंदगी हो जाए खुशहालउम्मीदों भरा नया साल।।अधूरे सपने इस साल हों पूरेवक्त बुरा कब तक, जब हम नहीं है बुरेखुशियां जरूर मिलेंगीजिंदगी जरूर खिलेगी ,बदलेगा मौसम का हालउम्मीदों भरा नया साल।।किस्मत कब तक रुलाएगीइस बार…

अजीब रंग में बहार गुजरी | Bahar
अजीब रंग में बहार गुजरी ( Ajeeb rang mein bahar gujri ) अजीब रंग में अब के बहार गुजरी। आशाएं ले डूबी साल बेकार गुजरी। मौसम भी रहा मौन हवाएं थम सी गई। हमसे पूछे कौन फिजाएं खिल ना रही। देख कर भी अंजान क्या जमाना हुआ। टूटे दिलों का आज नया फसाना हुआ।…

मां की आँखों के हम भी तारे हैं
मां की आँखों के हम भी तारे हैं मां की आँखों के हम भी तारे हैंमेरे जैसे ज़मीं पे सारे हैं। इक नदी सी है ज़िन्दगी यारोसुख के मिलतें नहीं किनारे हैं देखता आजकल जिधर मुड़करहर तरफ़ ग़म के आज मारे हैं हम ख़ुशी की तलाश में अब तकग़म के मारे थे ग़म के मारे…

पानी | Pani Par Kavita
पानी! ( Pani ) समुद्र की आँख से छलका पानी, घटा टूटकर बरसा पानी। बढ़ा नदी में प्रदूषण ऐसा, फूट-फूटकर रोया पानी। मानों तो गंगा जल है पानी, नहीं मानों तो बहता पानी। पत्थर,पहाड़,पानी की संतानें, जनम सभी को देता पानी। आदमी है बुलबुला पानी का, सबका बोझ उठाता पानी। बनकर गुच्छा बूँद का देखो,…

