अपनों की अहमियत | Apno ki Ahmiyat
अपनों की अहमियत
( Apno ki ahmiyat )
मां का प्यार, और पापा का सर पे हाथ होता है,
तो जिन्दगी की जंग बड़ी आसान हो जाती है।
दिन भर बाहर रहकर जब घर पहुंचती हूं,
नजरे सबसे पहले मां को ही ढूंढती हैं।
घर की जिम्मेदारियां हमें मजबूर बनाती है।
घर से निकाल, अपनो से दूर ले जाती है।
सपने और अपने के बीच एक जंग सी होती है,
अपने साथ ना दे तो सारी उम्मीद टूट जाती है।
अपनों से दूरी उनकी अहमियत समझाती है,
अपनों से जुदाई ही, अपनो का महत्व बताती है।
© प्रीति विश्वकर्मा ‘वर्तिका