अरसे बाद

( Arse Baad )

 

अरसे बाद
आज
जिंदगी से
मुलाकात हुई
खैरियत
सलामती की
तकल्लुफात
हुई।

“वैसा ही हूँ,
वहीं हूँ,
जहाँ तुम
थी
छोड़ कर गई।”

कहना था
पर
कह न पाया…..
.
.
.
खुदी थी
कि
खुद्दारी…

Suneet Sood Grover

लेखिका :- Suneet Sood Grover

अमृतसर ( पंजाब )

यह भी पढ़ें :-

वक्त का क्या | Waqt ka Kya

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here